पहली फिल्म से हिट हुई बॉलीवुड एक्ट्रेसेस
बॉलीवुड, यहां सफलता पाना कोई आसान काम नहीं है। कुछ कलाकारों को नाम बनाते-बनाते सालों लग जाते हैं, लेकिन कुछ अभिनेत्रियाँ ऐसी हैं जिन्होंने अपनी पहली फिल्म से ही बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया, और बेहद कम उम्र में सुपरस्टार बन गईं। उनकी इस सफलता का श्रेय केवल उनकी खूबसूरती को नहीं, बल्कि उनके टैलेंट, आत्मविश्वास और सही वक्त पर लिए गए फैसलों को भी जाता है।
चलो, आज हम कुछ दिग्गज और आधुनिक दौर की अभिनेत्रियों की करियर के बेहतरीन सफर के बारे में बात करते है। जिन्होंने कम उम्र में ही हिट देकर बॉलीवुड में अपनी खास जगह बनाई।
डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia)
डिंपल कपाड़िया का नाम भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने और पहली हिट देने वाली अभिनेत्री के रूप में गोल्डन वर्ड्स में दर्ज है। डिंपल कपाड़िया की पहली फिल्म थी ‘बॉबी’ (Bobby) जिसमें इन्होंने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया ‘बॉबी’ फिल्म से जो सन् 1973 में राज कपूर के निर्देशन में बनी थी। ओर इस फिल्म ने लगभग 5.5 करोड़ रुपए कमाए ओर एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी और ये इनकी डेब्यू फिल्म थी। इस फिल्म की सक्सेस का राज ये था कि इस फिल्म में मासूमियत और बोल्डनेस का मिश्रण था 70 के दशक में, डिंपल ने अपनी मासूमियत के साथ-साथ बिकिनी पहनकर एक बोल्ड सीन दिया था जिसने पूरे देश में हलचल मचा दी। उस समय ये कोई आम बात नहीं थी। ओर राज कपूर ने भी ये दांव खेला था और उस समय राज कपूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे राज कपूर के लिए 'बॉबी' फिल्म एक बड़ा दांव था। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और न केवल राज कपूर का करियर डूबने से बचाया, बल्कि डिंपल को रातोंरात स्टार बना दिया। ओर अपनी पहली फिल्म के लिए डिंपल को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था। इसे कहते है सोने पर सुहागा। पहली फिल्म की सफलता के तुरंत बाद, उन्होंने सुपरस्टार राजेश खन्ना से शादी कर ली और इंडस्ट्री छोड़ दी। लेकिन 14 साल बाद, जब उन्होंने 1985 में फिल्म 'सागर' से वापसी की, तो फिर से अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया और अपने प्रदर्शन के लिए फिर से फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत लिया। डिंपल कपाड़िया की सेक्सेस की कहानी आज भी युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा की स्रोत है।
करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor)
करिश्मा कपूर ने कपूर खानदान की परंपरा को तोड़ते हुए, फ़िल्मों में कदम रखा और बहुत कम उम्र में ही खुद को एक ए-लिस्ट एक्ट्रेस का दर्जा दिलवाया। उन्होंने एक साहसी शुरुआत की और 17 साल की उम्र में सन् 1991 में अपनी डेब्यू फिल्म 'प्रेम कैदी' से अपने करियर की शुरुआत की, यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही और करिश्मा को पहचान मिली। हालाँकि उनकी कुछ शुरुआती फ़िल्में कुछ खास नहीं चल पाईं, लेकिन करिश्मा ने अपनी मेहनत से जल्द ही इंडस्ट्री में जगह बना ली। करिश्मा के करियर का टर्निंग पॉइंट तो तब आया जब उनकी 1992 में 'जिगर' और 1993 में 'अनाड़ी' जैसी फ़िल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया और करिश्मा की गिनती सफल अभिनेत्रियों में होने लगी। ओर डेविड धवन और गोविंदा के साथ उनकी कॉमेडी फिल्मों की जोड़ी 90 के दशक की सबसे हिट जोड़ी बन गई थी, ओर करिश्मा ने 90 के दशक में 'राजा हिंदुस्तानी', 'दिल तो पागल है' और 'जुबैदा' जैसी फिल्मों में बेहतरीन प्रदर्शन करके कई राष्ट्रीय और फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते। उनकी कम उम्र की शुरुआत ने उन्हें एक दशक से भी अधिक समय तक बॉलीवुड की क्वीन बनाए रखा था।
दिव्या भारती (Divya Bharti)
दिव्या भारती का करियर बहुत ही छोटा रहा, लेकिन उनकी सफलता बेहद चमत्कारिक थी। बहुत कम समय में उन्होंने वो मुकाम हासिल कर लिया, जिसे पाने के लिए अभिनेत्रियों को सालों लग जाते हैं। इन्हें रातों-रात शोहरत मिली थी, दिव्या भारती ने बॉलीवुड में डेब्यू 18 की उम्र में किया ओर उनकी बॉलीवुड में डेब्यू फिल्म थी विश्वात्मा जो कि सन् 1992 में आई थी।
दिव्या भारती की पहली हिंदी फिल्म 'विश्वात्मा' सुपरहिट रही, ख़ासकर "सात समुंदर पार" गाने से उन्होंने युवाओं के बीच रातोंरात लोकप्रियता हासिल कर ली। ओर ये गाना आज भी शादियों ओर पार्टियों में सुनने को मिलता है दिव्या भारती ने अपने छोटे से हिंदी करियर (लगभग 1 साल) में उन्होंने 'शोला और शबनम', 'दीवाना' (शाहरुख खान के साथ) और 'रंग' जैसी 13 से अधिक फ़िल्मों में काम किया। इनमें से अधिकांश बॉक्स ऑफिस पर हिट हुईं। ये आज तक एक रिकॉर्ड है एक साल में लगभग 12 फिल्में देना कोई मामूली बात नहीं है। 19 साल की उम्र में वह इंडस्ट्री की सबसे डिमांडिंग और सबसे महंगी अभिनेत्रियों में से एक बन गईं थी।
आलिया भट्ट (Alia Bhatt)
वर्तमान पीढ़ी में, आलिया भट्ट एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने कमर्शियल सफलता के साथ-साथ क्रिटिकल प्रशंसा भी बहुत कम उम्र में हासिल की। आलिया भट्ट की पहली मूवी थी 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ जो साल 2012 में आई ओर उस समय आलिया भट्ट की उम्र 19 साल थी। करण जौहर की इस शानदार फिल्म ने आलिया को एक कमर्शियल हिट के साथ लॉन्च किया। हालाँकि शुरुआत में उन्हें नेपोटिज़्म का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से इसे गलत साबित कर दिया। अपनी पहली हिट फिल्म के बाद, उन्होंने जानबूझकर 'हाईवे' (2014) जैसी चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं चुनीं, जिसने दिखा दिया कि वह महज ग्लैमर डॉल नहीं, बल्कि एक शानदार कलाकार हैं। आलिया भट्ट ने 20 की उम्र में 'उड़ता पंजाब', 'राज़ी', 'गंगूबाई काठियावाड़ी' और 'डार्लिंग्स' जैसी फ़िल्मों से लगातार राष्ट्रीय अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्डस जीते। 30 साल की उम्र तक पहुँचने से पहले ही उन्होंने खुद को बॉलीवुड की सबसे भरोसेमंद और सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्री के रूप में स्थापित कर लिया।
आलिया भट्ट के अलावा कुछ अन्य चेहरे भी है जिन्होंने युवा अवस्था में शानदार सफलता हासिल कर ली।जान्हवी कपूर ने अपनी पहली फिल्म 'धड़क' (2018) से सफलता पाई, जो रिलीज़ के समय एक सफल हिट साबित हुई।अनन्या पांडे ने 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' (2019) से डेब्यू कर कम उम्र में ही बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई।
अंत में बस यही कहना चाहूंगा कि इन सभी कहानियों से ये साफ है कि बॉलीवुड में सफलता की कोई निश्चित उम्र नहीं होती। अच्छा टैलेंट हो और दर्शकों के साथ जुड़ाव हो, तो आपको एक सुपरस्टार बनने से कोई नहीं रोक सकता है।



