वोट चोर, गद्दी छोड़ सॉन्ग
भारतीय राजनीति में इन दिनों सिर्फ भाषणों और रैलियों की ही बात नहीं हो रही, बल्कि एक धमाकेदार RAP सॉन्ग ने सोशल मीडिया पर गर्दा उड़ा रखा है। हां, मैं बात कर रहा हु। इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) के गाने 'वोट चोर, गद्दी छोड़' की, जिसे उनके सोशल मीडिया हैंडल्स पर जारी किया गया है और यह गाना तेजी से वायरल हो रहा है। यह गाना केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि एक तीखा राजनीतिक संदेश देने का एक नया और प्रभावी तरीका है।
'वोट चोर, गद्दी छोड़! ये गाना कहा से आया है
'वोट चोर, गद्दी छोड़!' का गाना असल में एक नारा है जो विपक्षी नेता राहुल गांधी के उस आरोप से निकला है, जिसमें उन्होंने देश में कई चुनावों में 'वोट चोरी' और मतदाता सूचियों में धांधली का जिक्र किया है। इस गंभीर आरोप को सिर्फ विरोध प्रदर्शनों तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि कांग्रेस ने इसे एक मजेदार RAP SONG में बदल दिया है जो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। कांग्रेस सोशल मीडिया का बखूबी बहुत अच्छे तरीके से यूज कर रही है।
इस गाने की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि यह गाना सुनने में भी मजा आ रहा इस गाने में सीधे सीधे रूलिंग पार्टी को टारगेट किया है, यह हर बार के राजनीतिक गानों से बिल्कुल अलग है, ओर इसकी धून भी अच्छी है, और यही वजह है कि यह खासकर युवाओं में काफी लोकप्रिय हो रहा है। गाने के बोल से सीधा ओर सही समझ में आता है 'वोट चोर, गद्दी छोड़!'। यह नारा रूलिंग पार्टी पर आरोप लगाता है कि वह आम जनता के हितों की चोरी कर रहे है, जिससे आम वोटर आसानी से जुड़ जाता है। ओर आजकल तो जरा सी कोई बात हो तो आप जानते ही है सोशल प्लेटफॉर्म पर वायरल होने में टाइम ही कितना लगता है ओर INC के सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स भी अच्छे खासे है।
'वोट चोर, गद्दी छोड़' गाना इतना वायरल क्यों हो रहा है?
- युवाओं से जुड़ाव: RAP song हमेशा से ही ट्रेडिंग में रहते है ओर फिर इस गाने में तो सारी बाते आम जनता से जुड़ी हुई है, ओर राजनीतिक मुद्दों को उठाया गया है, कांग्रेस ने इसी का उपयोग करके उन युवाओं को आकर्षित किया है, जो राजनीति से दूर रहते है। इस गाने का 'कूल' फैक्टर इसे शेयर करने के लिए मजबूर कर रहा है।
- सोशल मीडिया का पावर: यह गाना कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (जैसे YouTube, Instagram) पर एक वीडियो सॉन्ग के रूप में शेयर किया गया है। इसकी तेज़ बीट, कैची नारा और विरोध का भाव सोशल मीडिया एल्गोरिदम के लिए एकदम सही बैठता है, जिससे यह वायरल हो रहा है।
- विवाद और चर्चा: राजनीतिक आरोप हमेशा चर्चा का कारण बनते हुए आए हैं। रूलिंग पार्टी पर 'वोट चोरी' जैसे गंभीर आरोप पर बना यह गाना विरोधी दलों और समर्थकों के बीच गर्म बहस का कारण बन गया है, जिससे इसकी पहुंच और बढ़ी है। ओर इसे INC के समर्थकों के अलावा विरोधी दल के समर्थक भी देख रहे।
- नारे की गूंज: यह गाना सिर्फ ऑनलाइन ही नहीं, बल्कि ऑफलाइन INC की रैलियों और विरोध प्रदर्शनों में भी एक एंथम के रूप में काम आ रहा है। डिजिटल जमाने में डिजिटली सोच से बना यह गाना बवाल मचा रहा है।
राजनीति का डिजिटल दौर
'वोट चोर, गद्दी छोड़!' यह गाना ये साबित करता है कि राजनीति में अपने समर्थकों को संदेश पहुँचाने के तरीके बदल रहे हैं। अब रैलियों के साथ-साथ एक दो मिनट का RAP ट्रैक भी लाखों मतदाताओं में नए विचार या सवाल पैदा कर सकता है। ओर ये अपनी बात लोगों तक पहुंचाने का बेहतरीन तरीका है।
अंत में मैं बस यह कहना चाहूंगा कि बिहार में चुनाव सर पर है ओर जल्द ही बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले है और राहुल गांधी अपने अलग ही रूप में निकल कर आए है ओर फिर ये गाना खासकर बिहार चुनाव से पहले लाना बिहार के आगामी चुनाव पर जरूर असर डालेगा। यह गाना आधुनिक भारतीय राजनीति में संगीत के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है, यह गाना चुनावी माहौल को और भी जोशीला बना रहा है, और निश्चित रूप से आने वाले दिनों में और दल भी इस नयी पॉलिटिक्स का रुख अपनाएंगे।
आपकी क्या राय है? क्या यह गाना चुनावी माहौल को बदलने की ताकत रखता है? कमेंट में बताएं!
